Wednesday, 31 January 2018

तुम बनो ऐसे

जीवन में खुशी हो या गम,
हर एक पल को  जियो तुम।

अपनी किसी चाहत को,
दिल में दबा कर ना रखो तुम।

झूठ बढ़ाता पाप है,
हमेशा सच-सच बोलो तुम।

किए बिना कुछ मिलता नहीं,
बस कठोर परिश्रम करो तुम।

देखो दुनिया कितनी रंगीन है,
इन रंगों में बस रंग जाओ तुम।

जैसी संगती वैसी मति,
सही दोस्त बनाओं तुम।

पराई चीजों  देखकर न ललचाओं,
करो परिश्रम फिर उसे पाओं तुम।

जिंदगी एक संगीत है,
इस संगीत में रम जाओं तुम।

होगा हार से सामना तो क्या,
जीत होगी, कोशिश करो तुम।
                                   (सफलता की राह से,,,)

SCK Suryodaya
Reporter & Social Activist

sck.suryodaya@gmail.com
Cell: 7771848222
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RV Suryodaya Production

ये मोहब्ब्त क्यों आपसे ही है?

ये मोहब्बत,
क्यों आपसे ही है
ये तन्हाई,
क्यो आपकी याद दिलाती है।
ये रात,
क्यों आपसे मिलना चाहती है।
ये, जूदाई,
क्यों मुझे तड़पाती है।
ये जिन्दगी,
क्यों आप में मिलना चाहती है।
ये रास्ते,
क्यों आप तक पंहुचाते है।
ये वीर,
क्यों आपके इश्क में फना है।
ये इश्क,
क्यों आपकों नही दिखता है।
ये बाते,
क्यों आपके लिए ही है।
ये दिल,
क्यों आपके लिए धड़कता है।
ये धड़कन,
क्यों आपमें मिलना चाहती है।
ये गुनाह,
क्यों आप सा पाकीजा है।
ये दूनिया,
क्यों आपके बिना अधुरी है।
ये ख्वाब,
क्यों आपकी हकीकत से है।
ये सांसे,
क्यों आपसे ही है।
ये खामोशी,
क्यों आपकी बाते करती है।
ये वीर,
क्यों आपके इश्क में फना है।

SCK Suryodaya
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कुछ पल की है मोहब्बत

कुछ पल की है,,, मोहब्बत।
कुछ पल की है,,, आहट।
कुछ पल के है,, नजारे।
कुछ पल की है,,, निशानी।
कुछ पल के है,,, आंसु
कुछ पल के है,,, तराने।
कुछ पल के है,,, लम्हे।
कुछ पल की है,,, और चाहत।
कुछ पल का है,,, वक्त।
कुछ पल का है,,, इतराना।
कुछ पल का है,,, याराना।
कुछ पल की है,,, और उम्मीदे।
कुछ पल की है,,, उल्लफत।
कुछ पल की है,,, जिन्दगी।
कुछ पल की है,,, राते।
कुछ पल की है,,, बाते।
कुछ पल की है,,, सांसे।
कुछ पल की है,,, यादे।
कुछ पल की है,,, मुलाकाते।
इसलिये कहता हॅूू,
ये पल रहे ना रहे,
मिले ना मिले,
बन जाओ एक बार जान वीर की।         

SCK Suryodaya
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तुझसे मैं प्यार करूं

तुझे मैं देखूं,
तुझसे मैं प्यार करूं,,,
जितना मैं जियूं,
तेरे साथ जियूं,,,
जब भी बीछड़ना हो,
तेरी बाहों में दम तोडूं,,,
यार मेरे बस,
तुझसे ही ये सांसे है,,,
दो दिलों की,
एक ही धड़कन है,,,
तेरे साथ,
अब दो पल जीना है,,,
जी भर कर,
तुझसे प्यार करना है,,,
ये पल बस,
ऐसे ही ठहर जाएं,,,
तेरे प्यार में,
मेरी जिंदगी,
फना हाे जाएं,,,,

SCK Suryodaya
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प्यारा सा गणतंत्र हमारा

प्यार सा भारत देश हमारा है,,,
सभी धर्मो का वास यहां है,,,
सबका अपना प्यारा है,,
विश्व  में प्रथम संविधान हमारा है,

जन-जन की शान बढ़ाता है
सबका सम्मान िसखता है,
विश्व पटल पर छाप जमाता है,,
प्यार सा गणतंत्र हमारा है,,,

मानव धर्म का पाठ पढ़ाता है,,
विश्व शांती का संदेश देता है,,,
सबके दिलो पर राज करता है,
प्यारा सा गणतंत्र हमारा है,,,

पिछड़ो का आगे बढ़ाता है,,
बुराईयों का अंत करता है,,
अपराधियो को सजा देता है,,,
प्यारा सा गणतंत्र हमारा है,,,

एक राष्ट्र एक ध्वज हमारा है,
हर कोई गाता राष्ट्रगान हमारा है,
सबकों अपना बनाता है,,
लोकतांत्रिक देश हमारा है,

हर भारतीय की आन है,,,
मिलजुलकर सबको रहना है,,
देश के लिए मिट जाना है,,,
प्यारा सा गणतंत्र हमारा है,,,

SCK Suryodaya
Reporter & Social Activist
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“लहराके तिरंगा”

दुश्मनो से तुम ना डरो,
हौसला कम ना होने दो,
लहराके तिरंगा आवाज़ तुम दो,
हम ऐक है,,,हम एक है,,,

सच को तुम विजय करो,
देश का नाम ऊंचा करो,
लहराके तिरंगा आवाज़ तुम दो,
हम ऐक है,,,हम एक है,,,

मैं, मेरा, मेरी कहना अब छोड़ दो,
सभी अपनो से बड़कर है,,,
लहराके तिरंगा आवाज़ तुम दो,
हम ऐक है,,,हम एक है,,,

जिसमे कहने को अपना नही,
वह धर्म अपना नही,
मानव धर्म एक है
सभी को तुम अपना समझो

धर्म ना कहता किसी से,
तुम गेरो से नफरत करो,
कत्लेआम करों,
भूलकर उन भेदो को,,,

लहराके तिरंगा आवाज़ तुम दो,
हम ऐक है,,,हम एक है,,,   
 
(कविता संग्रह वंदे मातरम् से)

SCK Suryodaya
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Thursday, 25 January 2018

कब तक याद करू

कब तक याद करू,
कैसे मैं भुलूं
तेरे निशा जो,,
हर राह पर मिले।

मेरी खबर ना ले,
मुझसे ना मिल कभी,
ये ही विर-ए-आरजू,
ये ही सजा मेरी ।

विर-ए-आशिकी तु क्या जाने,
जो दूर बस तेरे वास्ते,
वर्ना, तुझे कोई छू ले,
ये मंजूर नहीं।

हर पल तड़पता ये दिल,
जाने ये तु भी,
तेरा ही है आज भी
पर तु है की मानती नहीं।

गुनेहगार मैं नही,
पर सजा मिल रही,
और याद दिल से,
तेरी जाती नहीं ।

तेरे इन्तजार में हर पल
कयामत सा लगे।
अनजान है तु,
या खबर नहीं ।

छोड़ा तड़पता मुझे
क्यों कोई जिक्र नहीं
तुझे फिक्र नहीं,
या वो प्यार था ही नहीं।

ख्वाब अधुरे फिर से है,
गुस्ताख दिल की,
ये ही सजा है तेरा इंतजार,
तेरे सिवा और कोई नहीं।     
 
SCK Suryodaya
Reporter & Social Activist
sck.suryodaya@gmail.com

गुनेहगार मैं रहा

तु मुझसे दूर थी,
मैं तेरे पास रहा
तु मुझसे दूर थी,
मैं तेरे पास रहा।
तु बिन्दास थी,
मैं मजबुर रहा।
तु खूशियों में थी,
मैं रोता रहा।
खता तो हुई थी बस,
क्यों माफ ना किया।
इस दिल में बस तु ही है,
क्यों ऐतबार ना किया।
तु सबके साथ थी,
मैं तन्हा ही रहा।
तुझे मिलना नही था,
मैं इन्तजार में रहा।
तुझे किसी और का खयाल था,
मैं तुझे सोचता ही रहा।
दूनिया मेरी दिवानगी पर
हंसती रही मैं खामोश रहा।
तु अपनी दूनिया में मस्त थी,
मैं जिन्दगी मिटाता रहा।
इश्क तुझे भी था,
गुनेहगार मैं रहा।

SCK Suryodaya 
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सराफत का अब तो परदा उठा

तेरे चहरे से सराफत का,
अब तो परदा उठा।
मेरी वफा जो थी का,
ये सिला मिला,
तु किसी और की बाहों मे,
टुटकर बिखरा।

तेरी इस वफा से,
जीने से क्या भला,
अब तो जिस्म भी साथ नहीं,
दोस्त मेरे चल,
अब, जनाजा उठा।

है अन्धेरों का दोर,
फिर छाने लगा,
तेरे बिना, अब क्या जिना,
मेरी चाहत को जो तुने, रूसवा किया,
अब भीड़ में भी तन्हा हुआ।


सांस बाकी है तो,
इससे क्या भला,
मोत के मंजर हंसी,
तेरी बैवफाई से मैं,
जिन्दा क्या।

मांगता हॅू मैं तुझसे,
मोहब्बत की और सजा,
जहर और दे दे,
अब और रहम ना करना।

खूदा ने भी,
तेरी खूशियों के बदले,
मुझे गमों का तोहफा दिया,
तो इक बार तो
जरा, अपने चहरे से,
सराफत का, अब तो परदा उठा।


SCK Suryodaya
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Wednesday, 24 January 2018

परी हॅू अपने पापा की

मुझे ऐसे ना छुओं
ना टुटकर  बिखरने दो,,,
मुझपे इतना जुल्म ना करों,
मुझे पढ़ने दो, आगे बढ़ने दो,,
मेरे सपनों को पुरा होने दो,
मुझे भी स्वतंत्र जीने दो,,
तुम ये क्यों भुल रहें हो,
मेरे होने से ही बनेगें नए रिश्तें,
मुझसे ही होंगे,

मानव जीवन के किस्से,,
मैं नहीं तो कल नहीं,
मैं नहीं तो कैसे रिश्तें
जान हूॅ अपनी माँ की,,
परी हॅू अपने पापा की,
बहना हॅू अपने भैया की,
मेरी चाहतों को पुरा हाेने दो,
मुझे पवित्र बने रहने दो,,,
कल का सूर्योदय देखने दो,,
हक है मुझे जीने का
मुझे जीने दो,,,,,,,,,,


SCK Suryodaya 
Reporter & Social Activist
sck.suryodaya@gmail.com

Friday, 12 January 2018

आज मन मेरा, क्यूं उदास है,,,

आज मन मेरा, क्यूं उदास है।
इक खयाल तेरा,क्यूं मेरे पास है।
कहने को तो, सब मेरा,
पर क्यूं,, तेरा ऐतराज है।

हाथों मे था, हाथ तेरा,
फिर क्यूं छूटा, साथ तेरा,
हकीकत नहीं था वो सपना,
पलके खूली, सब हवा,

मेरा होकर भी,
क्यंू नहीं, लगता मेरा,
हां क्यूं नहीं मेरा,
ये विर क्यों हुआ सिर्फ तेरा।

दिल ने चाही, तेरी चाहत,
फिर सुना इन्कार तेरा,
पागल दिल मेरा, कुछ माने ना,,
तेरे सिवा कुछ चाहे ना।

पल-पल रोया,
एक पल ना सोया,
रो-रो कर एक बूंद ना खोया,
मेने माना, तुझे खूदा अपना,

दूआ भी की,
हजारों मन्नत मांगी,
फिर क्यूं ना तु मिली,
मुझे मिला बस गम का अंधेरा।

सर्द हवा है, बुझती शमा है,
जख्म भी अब,
सड़ने लगा है,
मोहब्बत अपनी क्यूं जूदा है,

भूल मेरी, म्वाफ कर दो,
कुछ कदम और साथ चलों,
मुझ पर यंकि तो करों,
रूह को जिस्म से, ना जूदा करों।

ये शमां, तु ना बुझा,
लोटकर तु, जल्दी आ,
आज मन मेरा, फिर कह रहा,
मेरी तमन्ना, मेरी तमन्ना।

आज मन मेरा, क्यूं उदास है,
एक खयाल तेरा,क्यूं मेरे पास है।  

SCK Suryodaya
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मीठी सी खुशी

एक सुहानी शाम सबसे अंजान, अधीर मन में सिर्फ़ तेरा इंतज़ार। तेरे लब की मीठी सी खुशी देना, आकार मेरे पास फिर ना जाना। बिखरकर ब...