Sunday, 24 June 2018

मिशन परी: स्वच्छ भारत अभियान


परी महज 3 साल की है वह अपनी ताेतली आवाज से जब बोलती है ये क्या कर्रेएएएए हो,,,हर किसी को अपनी और आकर्षित कर लेती है, अपनी मासुमियत और मिठी आवाज सबको प्यारी है,,, परी नदी के घाट पर स्वस्छता अभियान को देखा और जब इसके बारे में उसने अपने पापा से पुछा तो परी को स्वछता के सही मायने समझ आ गये,  फिर वह अपने अभियान पर लग जाती है, जिसे सभी मिशन परी कहने लगे,,
परी जब अपने पापा जी क साथ स्कुल जाती है तब रास्ते में प्रतिदिन की तरह परी के पापा जी गाड़ी रोककर मैया क्षिप्रा को प्रणाम करते है। पास घाट पर कुछ हलचल, चहल-पहल और आवाज को सुनकर परी गाड़ी से उतरकर देखने लगती है घाट पर कुछ सामाजिक संस्थाओं के कार्यकर्ता नदी में फैली गंदगी और कचरे को निकालते है इस अभियान में महिला-बच्चें सभी शामिल है तथा सफाई अभियान में लगे सामाजिक कार्यकर्ता कुछ नारे भी लगाते है। 
*जन-जन का ये लक्ष्य हो, भारत हमारा स्वच्छ हो।
*भारत देश महान, सफल हो स्वच्छ भारत अभियान।
*कचरे का करे उचित निदान, घर-मोहल्लें गांव का बढ़ेगा मान।
*मिशन बढ़ेगा, देश बढ़ेगा।
*मिशन हमारा, स्वच्छ भारत हमारा।
इसके बाद परी को उसके पापा स्कुल छोड़ देते है और परी अपने पापा को बाय बोलती है। परी के चहरे और मिस्टर वैदिक के चहरे पर हल्की मुस्कुराहट थी। उसी शाम परी अपने खिलोने के साथ खेलती रहती है तथा परी के पापा ऑफिस का काम करते है, तभी परी की मम्मी मिसेस प्रिया परी को आवाज लगाती है। परी बेटा,,,,,,,,, होमवर्क,,,,,परी मम्मी की आवाज सुनकर कमरे से स्कूल बेग लेकर बाहर आ जाती है। इस समय उसके कमरे की हालत अस्त-व्यस्त रहती है, खिलोने, कपड़े सब इधर-उधर बिखरे हुए रहते है। तभी परी बड़ी मासुमियत से, पेन्सिल की नोक को गाल पर लगाते हुए,, अपने पापा की और देखती है, पापा की नजर परी पर पढ़ती है तो 
पापा जी इसारे से पूछते है, क्या हुआ,,,,,
परीः पापा,,,जी,,,,ये स्वच्छ भारती मिशन क्या है?
मिस्टर वैदिक परी के इस प्रश्न का जवाब देने वाले ही होते है तभी परी की मम्मी मिसेस प्रिया हाल में चाय और नास्ता लेकर आती है और चाय परी के पापा की और देखर परी को ज्यूस देते हुए,,,
मिसेस प्रिया परी से कहती है परी पहले होमवर्क करो,,,,पापा को काम करने दो। परी ज्यूस पिते हुए फिर चुप-चाप अपना होमवर्क करती है। परी के पापा, चाय का कप उठाते है और परी के पास जाकर बैठ जाते है। मीस्टर वैदिक परी से कहते है परी जो स्वच्छ रहे, गंदगी ना फेलाये और अपने आस-पास स्वच्छता बनाये रखे, यही स्वच्छ भारत मिशन है (परी के पापा परी के सिर के बालो को ठीक करते है, और अपनी जगह पर आकर बैठ जाते है) कुछ देर बाद परी उठती है, और अपने कमरे में जाती है और कमरे में फेला सामान एक-एक कर व्यवस्थित रख देती है, परी की मम्मी मिसेस प्रिया यह देखती है कि परी अपने कमरे में बिखरे सामान को ठीक करती तो परी से पुछती है परी ये क्या है,,,
परी कहती है मिशन है,,,,
मिसेस प्रिया परी के रूम से बाहर निलती है और परी के पापा की और देखते हुए,,,,
बोलती है,,,,मिशन है,,,,,
परी के पापा मुस्कुराते हुए,,,,मिशन परी,,,
दूसरे दिन परी का क्लास रूम, क्लास टिचर मिस सारा मेम बच्चों के होमवर्क चेक करती है तथा नर्सरी कक्षा की एक पोयम बुक मे से पोयम रिपीट कराती है,,,
डुमक-डुमक डम-डम,
बदल छाए, नीर बरसे छम-छम,
टागे बढ़ते चले हम,,
चले-चलों स्कुल चले हम,,,।
लंच की घंटी बजते ही बच्चे अपना टिफीन खोलते है तथा सभी बच्चें टीफीन अस्त-व्यस्त तरीके से खाते है। पर परी,,,टीफीन खाने से पहले हेण्ड वास करती है और टिफीन एक पेपर के उपर रख कर खाना प्रारंभ करती है,,, परी की दोस्त दिशा परी में आये इस परीवर्तन को देखकर परी से पुछती है परी ये क्या तुम इतना बदल गई है,,,
परीः मिशन है,,,(गंभीर मुस्कुराहट के साथ) अब से तुम भी कसम खाओं की गंदगी नहीं करोगी तभी हमारी बेस्ट फ्रेण्डशिप रहेगी। लंच के बाद क्लास खत्म होने के बाद जब सभी बच्चे चले जाते है तो लंच में फैली क्लास रूम में गंदगी को परी उठाकर डस्टबीन में डालती है,,
अन्य दो तीन लड़कीया परी को खिड़की में से झांककर चिड़ाती है और कचरा अन्दर डालती है,, और कहती है परी बाई परी बाई,,, पर परी उनकी बातो को नजर अंदाज कर अपना काम करती है उन लड़कियों द्वारा फेके कचरे को भी वह उठाकर डस्टबिन में डाल देती है,, तभी बच्चों की आवास सुनकर क्लास टिचर मिस सारा क्लास रूम के सामने रूकती है और परी को अंदर कचरा साफ करते देखकर परी की और देखकर उससे पुछती है,,, हाथो की इसारे से,,,
परी मिस सारा से मिशन है,,,,
उसी शाम को परी के घर के बाहर इवनिंग वॉक के समय परी अपने पापा से पुछती है,,, परी मिस्टर वैदिक सेः पापा जी सब गंदगी क्यों करते है। मिस्टर वैदिक परी सेः वो नासमझ है। अगले दिन सुबह जब परी स्कुल जाती है तो पास के अंकल (जिमी अंकल) अपनी बाईक रोड़ पर घोते है तथा गुटका खाकर पिचकारी रोड़ पर छोड़ते है, पर अपने पापा जी को गाड़ी रोकने का बोलती है
परी मिस्टर वैदिक सेः पापा जी रूकों,,,
परी के पापा गाड़ी रोकते है और परी उतरकर जिमी अंकल के पास जाकर बालती है,,,
परी जिमी अंकल से कहती है, अंकल आप नासमझ हो,,,आपको एेसे रोड़ पर बाईक नही धोना चािहए इससे किचड़ बनेगा इसलिए आप बाल्टी में पानी लेकर घर के लॉन में साफ करना चाहिए तब जिमी अंकल परी को स्वारी बोलते है और घर के अंदर लान में बाल्टी में पानी लेकर गाड़ी साफ करते है।
एक शाम जब परी मोहल्ले में खेलती रहती है तो पड़ोस मे ही एक आंटी अपने घर का कचरा घर के सामने ही डाल देती है तो परी उनसे भी बोलती है,,
परी मधु आंटी सेः आंटी आप नासमझ हो,,,,आपको कचरा कचरा पेटी में डालना चाहिए। 
यह बात एक मासुम लड़की के मुह से सुनकर वो भी शर्मिंदा होती है। आगे से कचरा चरा डस्टबीन में डालने का वादा करती है।
एक दिन परी की छुट्टी हो जाती है पर परी के पापा अभी तक उसे लेने नहीं पंहुचते है,,, परी स्कुल गेट पर अपने पापा का इंतजार करती है,,, वही कुछ बच्चें भी अपने पेरेन्ट्स का इंतजार करते है,,तभी तेज रफ्तार से एक कार उसे किचड़ से गंदा कर देती है,,, (गाड़ी चलाने वाला स्थानिय नेता होता है जिसे पता भी होता है कि उसकी कार से एक लड़की किचड़ से गंदी हो जाती है लेकिन वह उस लड़की को साईड ग्लास में देखकर हल्की मुस्कुराहट के साथ आगे बढ़ जाता है) तभी परी के पापा आ जाते है गाड़ी खड़ी कर परी को इस हालत में देखकर परी को गले लगाने जाते है,, लेकिन तभी परी,,,उसके पापा को रूकने का इसारा करते है,,,और कहती है,,,रूको पापा जी ,,,मैं गंदी हो गई,,,तब परी के पापा परी से कहते है,,, बैटू आप गंदे हो गई तो क्या हुआ आप तो मेरी प्यारी बिटीया हो,,,और मिस्टर वैदिक उसे गले लगा लेते है तब परी उसके पापा से कहती है,,,पापा जी मिशन फैल हो रहा है,,,
तब मिस्टर वैदिक परी से कहते है,,, परी है तु मिषन फैल कैसे हो सकता है,,,
परी उसके पापा से फिर हाथो के इसारे से कहती है रूकों पापा जी,,,  और अपने स्कुल बैग का सामान मिस्टर वैदिक के हाथो में रखकर रोड़ के पास पड़े छोटे-छोटे पत्थरों को बैग में भरकर गड्ढे को भरती है ऐसा वो दो तीन बार करती है तभी उसकी सहेली दिषा भी उसकी मदद को आगे आती है,,,तभी परी को इस तरह कार्य करते हुए देख आसपास के लोग भी थोड़ी देर के लिए अपने काम को रोक देते है तभी वह स्थानिय नेता भी वापिस अपनी कार से आता है और उस बच्ची द्वारा इस तरह कार्य करते देख अपनी गाड़ी रोकता है और शर्मिंदा होता है और परी के पास जाकर कान पकड़कर सॉरी कहने का इसारा करता है,,, परी अपना काम करती है, तब स्थानिय नेता फोन लगाता है और मुरम का डम्फर बुलवा लेता है परी के इस कार्य से सभी स्वप्रेरीत होत है तथा जो रोड़ पर गंदगी फेलाते है अपना कचरा वापस उठाकर डस्टबिन मे डालते है,,,
धार्मिक बंधु भी अब नदी में कचरा नही फेलाते है। जब नदी में परी की दोस्त दिशा अपने मम्मी पापा के साथ जाती है तो दिशा के पापा नदी में पुष्प हार नदी में डालते है तो दिषा उन्हे रोकती है। परी का स्वच्छता का यह अभियान आगे भी लगातार जारी रहा। 
मिशन परी एक नई शुरूआत,,,,,स्वच्छ भारत अभियान की और 
(एस.सी.के. सूर्योदय)

SCK Suryodaya 
Reporter & Social Activist
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RV Suryodaya Production


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