Thursday, 1 February 2018

नसीब है ये मेरा जो तुम्हे पाया नहीं

नसीब है ये मेरा जो तुम्हे पाया नहीं,,, 
वक्त जो ठहरा, क्यों ये बिते नहीं,,, 
ख्वाब जो टूटे, हकीकत से परे, 
वफाये जो तेरी मूझसे नहीं,,, 
नादा, चाहत से क्यो उम्मीद लगाई,,, 
जो थी ही नहीं मेरी, 
ऐसे क्यों जन्नत बनाई,,, 
खता क्या जो मुझसे हुई, 
जो तुम रूठ गई,,, 
अभी भी यादे तेरी, 
और मुलाकाते रूसवा हुई,,, 
मिली है रूसवाई तेरी, 
जिन्दगी के गम है बाकी,,, 
ना हंसी है, ना खूशि है, 
बै-बस सी जिन्दगी मेरी,,, 
खूशनसीब है वो जिसे तु मिली,,, 
मुझे तेरी नफरत तेरी बैवफाई ही सही,,,
नसीब है ये मेरा जो तुम्हे पाया नहीं,,, 

SCK Suryodaya 
Reporter & Social Activist
sck.suryodaya@gmail.com
Cell: 7771848222
www.angelpari.com
RV Suryodaya Production

No comments:

Post a Comment

मीठी सी खुशी

एक सुहानी शाम सबसे अंजान, अधीर मन में सिर्फ़ तेरा इंतज़ार। तेरे लब की मीठी सी खुशी देना, आकार मेरे पास फिर ना जाना। बिखरकर ब...