Wednesday, 14 February 2018

हसरत मेरी,,,

लबों से लगा लु,
है हसरत मेरी,
चुरा लु तुझको तुझी से,
ये चाहत मेरी,

तुझी से िजना,
तुझी पे फना,
जाओं ना कही,
रहो पास यंहीं,

गुनाह हो तो मुझको
तु मांफ करना,
मोब्बत की दूिनयां में,
सबकुछ सही,

नजर पे नजर है,
सबकी नजर यहीं,
कुछ ना कहो,
सब प्यासे दिवाने यहीं,

मिलन की चाहत
मिली खुशी तु ही,
दर्द भी तुझसे
हर दवा भी तु ही,

तुझमें सना है,
दिल-ऐ-वीर कही,
रंगो से रंगीन है,
तुझसे मिलन ही,

कहे कुछ भी,
ये जमाना भले ही,
दिवाना तेरा है,
कहे सब पागल भले ही,

जिधर मैं दूेखूं,
तेरी सुुरत वही,
तुझ बिन जिना,
मुझे एक पल नहीं,

तुझसे मिलकर,
मिटे सारे गिले शिकवे,
सांसो से सांस मिलकर,
जब ये इश्क पिघले,

लबों से लगा लु,
है हसरत मेरी,
चुरा लु तुझको तुझी से,
ये चाहत मेरी,

SCK Suryodaya
Reporter & Social Activist
sck.suryodaya@gmail.com

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